आम जनता के काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद गुरुवार को फिर से ‘जनता दर्शन’ का आयोजन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पीड़ित लोग मुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास पर पहुंचे और अपनी समस्याएं सुनाईं। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक शिकायतकर्ता से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। इसके बाद संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
तत्काल समाधान:
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आम जनता से संबंधित कार्यों को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। किसी भी कार्य में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार के लिए जनसमस्याएं सर्वोच्च प्राथमिकता हैं।
गुरुवार को जनता दर्शन में बड़ी संख्या में युवा भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने न केवल हर युवा की व्यक्तिगत समस्याओं के बारे में पूछा, बल्कि विभिन्न मुद्दों पर भी बातचीत की।
युवाओं से बातचीत:
मुख्यमंत्री ने युवाओं से विभिन्न मुद्दों पर उनके विचार सुने और अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनसमस्याओं से संबंधित लंबित मामलों में प्रभावी वकालत सुनिश्चित की जाए।
बिजली कटौती न हो:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अत्यधिक गर्मी और लू के मौसम में कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए, चाहे वह गांव हो या शहर। बिजली केवल तभी काटी जाए जब अत्यधिक आवश्यक हो।
जीएसटी संग्रह प्रयासों में तेजी:
परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही समाप्त होने वाली है। सभी विभागों को चालू बजट में किए गए व्यय को समय पर सुनिश्चित करना चाहिए। वित्त विभाग को विभागवार समीक्षा करने और बजट आवंटन और व्यय के नियमों को सरल बनाने का निर्देश दिया। जीएसटी संग्रह प्रयासों में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को लक्ष्य निर्धारित करने और उनकी प्रदर्शन के आधार पर पदोन्नति और पोस्टिंग करने का निर्देश दिया गया।
महिला संरक्षण गृह:
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक आयुक्तालय स्तर पर महिला संरक्षण गृह को कार्यान्वित करने के निर्देश दिए। इसे चरणबद्ध तरीके से सभी 75 जिलों में विस्तारित किया जाएगा। संरक्षण गृहों के लिए एनजीओ का चयन अत्यधिक सावधानी से किया जाना चाहिए। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण करके व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सहारनपुर और फतेहपुर में निर्माणाधीन खेल कॉलेजों में आगामी सत्र से प्रवेश शुरू किए जाएंगे। इसे ध्यान में रखते हुए, निर्माण कार्य को समय पर पूरा किया जाना चाहिए। मेरठ में निर्माणाधीन खेल विश्वविद्यालय के कार्यों में भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्वामित्व, घरौनी और विरासत जैसे कार्यक्रमों के लक्ष्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए और अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। यह निर्देश गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक में दिए गए।