उत्तर प्रदेश में 42 हजार होमगार्ड की होगी भर्ती: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में 42 हजार होमगार्डों की भर्ती के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने होमगार्ड विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान इस बात की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह भर्ती दो चरणों में की जाएगी, जिसमें प्रत्येक चरण में 21 हजार होमगार्ड स्वयंसेवकों की नियुक्ति होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में राज्य में 76 हजार से अधिक पूर्णकालिक होमगार्ड हैं, जिनमें से 75 हजार विभिन्न ड्यूटी प्वाइंट्स पर तैनात हैं। हर साल लगभग 4 हजार होमगार्ड सेवानिवृत्त हो रहे हैं और अनुमान है कि वर्ष 2033 तक 42 हजार से अधिक होमगार्ड सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए नई नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
आपदा मित्र के रूप में होमगार्ड की तैनाती
मुख्यमंत्री ने होमगार्डों को आपदा मित्र के रूप में तैनात करने के लिए एक नियमावली तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि होमगार्ड स्वयंसेवक कानून व्यवस्था और आपातकालीन स्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उत्तर प्रदेश के होमगार्डों ने विभिन्न राज्यों में भी बेहतरीन काम किया है। इसलिए, उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलनी चाहिए।
फिटनेस और प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री ने फिटनेस के महत्व पर जोर देते हुए साप्ताहिक अभ्यास कराने का आदेश दिया। उन्होंने होमगार्ड विभाग को निर्देश दिया कि वर्तमान में सेवारत होमगार्डों को आपदा मित्र प्रशिक्षण देने की व्यवस्था शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि हमारे पास राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से कुशल जनशक्ति पहले से ही तैनात है, जिसका सदुपयोग किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से समन्वय स्थापित कर कानूनी सलाह तैयार करने के भी निर्देश दिए ताकि आपदा मित्रों को होमगार्ड स्वयंसेवक के रूप में सेवा करने का अवसर मिल सके।
इस महत्वपूर्ण घोषणा से राज्य के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और आपदा प्रबंधन में होमगार्डों की भूमिका और अधिक प्रभावी होगी। मुख्यमंत्री के इस कदम से राज्य की सुरक्षा व्यवस्था और आपदा प्रबंधन में सुधार की उम्मीद है।
आपदा मित्र
आपदा मित्र एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो विभिन्न आपदाओं के समय स्थानीय लोगों को प्राथमिक सहायता और राहत कार्यों में सक्षम बनाने के लिए शुरू किया गया है। यह कार्यक्रम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) द्वारा चलाया जाता है, और इसका उद्देश्य स्थानीय समुदायों को आपदा प्रबंधन में अधिक प्रभावी और स्वावलंबी बनाना है।
आपदा मित्र कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य:
स्थानीय स्तर पर आपदा प्रबंधन: आपदा मित्रों को प्रशिक्षित करके आपदाओं के समय प्राथमिक प्रतिक्रिया में सुधार लाना, ताकि वे तत्काल राहत कार्यों में प्रभावी भूमिका निभा सकें।
प्राथमिक चिकित्सा और बचाव: आपदा मित्रों को प्राथमिक चिकित्सा, खोज और बचाव कार्यों, और अन्य आपातकालीन सेवाओं में प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे वे आपदा के समय जरूरतमंदों की सहायता कर सकें।
समुदाय में जागरूकता: आपदा मित्र अपने समुदाय में आपदा प्रबंधन और सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाते हैं, जिससे लोग आपदाओं के समय सही तरीके से प्रतिक्रिया कर सकें।
संवेदनशीलता और तत्परता: आपदा मित्रों को विभिन्न प्रकार की आपदाओं, जैसे भूकंप, बाढ़, तूफान आदि के प्रति संवेदनशील और तत्पर बनाया जाता है, ताकि वे इन परिस्थितियों में तत्परता से कार्य कर सकें।
प्रशिक्षण में शामिल प्रमुख तत्व:
प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण: घायलों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने की तकनीकें।
खोज और बचाव कार्य: प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की प्रक्रियाएं।
आपदा प्रबंधन की जानकारी: विभिन्न प्रकार की आपदाओं के समय कैसे प्रतिक्रिया दी जाए।
सुरक्षा उपाय: आपदा के समय खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखने के उपाय।
आपदा मित्र की भूमिका:
आपदा मित्र आपदाओं के समय एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय रहते हैं और अपने समुदाय को सुरक्षित रखने में योगदान देते हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों से न केवल आपदा प्रबंधन में सुधार होता है, बल्कि समुदाय में सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की भावना भी बढ़ती है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य आपदाओं के समय सामुदायिक प्रतिक्रिया को मजबूत करना है, जिससे स्थानीय स्तर पर आपदाओं से निपटने में अधिक कुशलता और तत्परता लाई जा सके।
होमगार्ड
होमगार्ड एक अर्धसैनिक बल है जो राज्य सरकारों के अधीन कार्य करता है और इसका मुख्य उद्देश्य नागरिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, और कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस बल का सहयोग करना है। होमगार्ड स्वयंसेवकों को विभिन्न आपातकालीन स्थितियों, कानून व्यवस्था की समस्याओं, और आपदाओं के समय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया जाता है।
होमगार्ड की मुख्य जिम्मेदारियां:
कानून व्यवस्था बनाए रखना: पुलिस बल की सहायता करते हुए सार्वजनिक शांति और सुरक्षा बनाए रखना।
आपदा प्रबंधन: प्राकृतिक आपदाओं, जैसे बाढ़, भूकंप, तूफान आदि के समय राहत और बचाव कार्यों में सहायता करना।
सामुदायिक सेवाएं: नागरिकों को विभिन्न प्रकार की सामुदायिक सेवाएं प्रदान करना, जैसे यातायात नियंत्रण, भीड़ प्रबंधन आदि।
प्राथमिक चिकित्सा और बचाव: दुर्घटनाओं और आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक चिकित्सा और बचाव कार्य करना।
प्रशिक्षण: नियमित प्रशिक्षण के माध्यम से स्वयंसेवकों को फिट और तैयार रखना, ताकि वे आपातकालीन स्थितियों में प्रभावी रूप से काम कर सकें।
होमगार्ड की भर्ती प्रक्रिया:
होमगार्ड भर्ती प्रक्रिया राज्य सरकार के निर्देशों और नियमों के अनुसार की जाती है। इसमें सामान्यतः निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं:
आवेदन: उम्मीदवारों को निर्धारित प्रारूप में आवेदन पत्र भरना होता है।
शारीरिक परीक्षण: उम्मीदवारों की शारीरिक क्षमता और फिटनेस का परीक्षण किया जाता है।
प्रशिक्षण: चयनित उम्मीदवारों को होमगार्ड की विभिन्न जिम्मेदारियों के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
होमगार्ड की भूमिका:
आपदा मित्र: होमगार्डों को आपदा मित्र के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे वे आपदाओं के समय राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।
समुदाय सुरक्षा: स्थानीय समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और आपातकालीन सेवाओं में सहायता प्रदान करना।
विशेष कार्यक्रम: त्योहारों, चुनावों, और अन्य विशेष आयोजनों के समय कानून व्यवस्था बनाए रखना।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश:
हाल ही में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में 42 हजार होमगार्डों की भर्ती के आदेश दिए हैं। यह भर्ती दो चरणों में की जाएगी, प्रत्येक चरण में 21 हजार होमगार्डों की नियुक्ति होगी। इसके अलावा, होमगार्डों को आपदा मित्र के रूप में तैनात करने के लिए नियमावली तैयार करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि होमगार्ड स्वयंसेवक कानून व्यवस्था और आपातकालीन स्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलनी चाहिए। फिटनेस के मद्देनजर साप्ताहिक अभ्यास कराने और आपदा मित्र प्रशिक्षण देने की भी व्यवस्था शुरू की जाएगी।
इस प्रकार, होमगार्ड बल राज्य की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसके माध्यम से समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में योगदान देता है।