तीन साल बाद भी केबल भूमिगत नहीं,संस्था की 1 करोड़ रुपये की सुरक्षा राशि जब्त

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बलिया। शहर में ओवरहेड विद्युत तारों से निजात पाने और इसे भूमिगत केबलों के माध्यम से आपूर्ति करने की योजना तीन साल बाद भी अधर में है। इस काम पर करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं, फिर भी भूमिगत केबलें शोपीस बनी हुई हैं। वहीं, बिजली निगम ने इस काम को पूरा न करने पर निष्पादक एजेंसी की 1 करोड़ रुपये की सुरक्षा जमा राशि जब्त कर ली है।

जिला मुख्यालय पर कभी ओवरहेड तारों से तो कभी एरियल बंच कंडक्टर (एबीसी) केबल से बिजली की आपूर्ति की जाती है। हवा या बारिश के मामले में, शहर के अधिकांश हिस्सों में बिजली आपूर्ति प्रभावित होती है। इसके अलावा, आंधी और पानी के कारण खंभे और तार टूट जाते हैं जिससे शहर की आपूर्ति प्रभावित होती है और लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विशेष रूप से गर्मियों के दौरान, जब आपूर्ति कई दिनों तक प्रभावित होती है, तो लोग परेशान हो जाते हैं।

इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए करीब साढ़े तीन साल पहले शहर में भूमिगत केबलों के माध्यम से घरों में बिजली आपूर्ति की योजना बनाई गई थी। ‘अपना टेक’ को निष्पादक एजेंसी के रूप में काम सौंपा गया था। लेकिन कई जगहों पर यह काम अधूरा है। हालांकि अधिकांश घरों तक केबल पहुंचा दी गई है, लेकिन कनेक्शन का काम अभी भी अधूरा है। इसी कारण आज भी शहर में कहीं-कहीं ओवरहेड तार हैं। भूमिगत केबल का काम कई जगहों पर अधूरा है।

दो साल पहले भूमिगत केबल का काम पूरा होने के बाद, विभाग ने 25 लाख रुपये की लागत से शहर के 22 हजार उपभोक्ताओं के मीटरों को उनके घरों से हटाने का काम शुरू किया। विभाग का दावा था कि इस काम के पूरा होने के बाद सभी उपभोक्ताओं के कनेक्शन भूमिगत केबलों से जोड़े जाएंगे। लेकिन आज भी स्थिति वही है। जबकि मीटर हटाने का काम भी पूरा हो चुका है।

इस संबंध में निष्पादक एजेंसी को कई बार निर्देश दिए गए लेकिन उन्होंने काम में दिलचस्पी नहीं दिखाई। निष्पादक एजेंसी की सुरक्षा जमा राशि जब्त कर ली गई है। अगर वह काम पूरा नहीं करते हैं तो काम दूसरी एजेंसी द्वारा पूरा किया जाएगा।

नरेंद्र प्रकाश, कार्यकारी अभियंता, बिजली निगम, बलिया

वहीं, बिजली निगम भी इस काम को लेकर एक्शन मोड में आ गया है। तीन साल बाद भी काम पूरा न होने पर निष्पादक संस्था ‘अपना टेक’ की 1 करोड़ रुपये की सुरक्षा राशि जब्त कर ली गई है।

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