बलिया जिलाधिकारी ने जारी की एडवाइजरी: बारिश और वज्रपात से बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश
बलिया जिलाधिकारी रवींद्र कुमार के निर्देश पर जिले में बारिश के दौरान बचाव को लेकर एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की गई है। जिलाधिकारी ने वर्षा, अतिवृष्टि, भारी वर्षा और वज्रपात से बचाव के लिए लोगों को सावधानी बरतने की अपील की है। एडवाइजरी में “क्या करें, क्या न करें” के निर्देश दिए गए हैं, जिससे जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके।
क्या करें
- परिवार और समुदाय के साथ चर्चा: वज्रपात और उसके प्रभाव पर चर्चा करें।
- स्थानीय मौसम पर नजर रखें: रेडियो, टीवी और अन्य मीडिया के माध्यम से जानकारी प्राप्त करें।
- पेड़ों की छंटाई करें: घर के पास लगे पेड़ों की छंटाई करें ताकि बिजली गिरने का खतरा कम हो।
- सुरक्षित स्थान पर शरण लें: जितना जल्दी हो सके पक्की छत के नीचे पहुंच जाएं।
- ऊंची इमारतों पर तड़ित चालक यंत्र स्थापित करें: इससे बिजली गिरने के खतरे को कम किया जा सकता है।
- जल निकायों से दूर रहें: तालाब, नदी तट आदि से दूर रहें।
- एड़ियों को सटा कर कान बंद कर बैठें: बिजली गिरने के दौरान खुले मैदान में इस पोजीशन में बैठें।
- दामिनी ऐप डाउनलोड करें: स्मार्टफोन पर दामिनी ऐप डाउनलोड करें और उसकी सूचनाओं का पालन करें।
क्या न करें
- खुले मैदान या खेत में न खड़े हों: किसान कभी खुले मैदान या खेत में न खड़े हों।
- पेड़ के नीचे से हट जाएं: बिजली चमकने और आंधी आने पर पेड़ के नीचे से हट जाएं।
- बिजली के उपकरण बंद कर दें: कंप्यूटर, लैपटॉप, रेफ्रिजरेटर, टेलीविजन, कूलर, एयर कंडीशनर आदि को बंद कर दें।
- पानी से जुड़ी गतिविधियाँ स्थगित करें: नहाना, बर्तन और कपड़े धोना, पानी भरना आदि को स्थगित करें क्योंकि बिजली धातु के पाइप के माध्यम से प्रवाहित हो सकती है।
- धातु की वस्तुओं से दूर रहें: दरवाजे, खिड़कियाँ, धातु की बाल्टी और नल आदि से दूर रहें।
जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने लोगों से सुरक्षित रहने की अपील की है और कहा है कि सावधानी और तैयारी ही वज्रपात के खतरे को कम करने और उसके प्रभाव से बचने का सबसे अच्छा तरीका है। इस एडवाइजरी का पालन करके लोग अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।