बिजली उपभोक्ताओं की 58% शिकायतों का समाधान नहीं
लखनऊ: पिछले दो सालों में प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं की 58 फीसदी शिकायतों का समाधान नहीं हो पाया है। शनिवार को मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब शिकायतों का समाधान होने की उम्मीद जगी है।
शिकायतों का समाधान की प्रक्रिया
उपभोक्ता परिषद के मुताबिक पावर कॉरपोरेशन की ओर से ऑनलाइन बिलिंग से जुड़ी शिकायतों के समाधान की प्रक्रिया दो साल पहले शुरू की गई थी। निगम द्वारा 1 जुलाई 2022 से 8 मई 2024 के बीच बिल संशोधन संबंधी शिकायतों के निस्तारण के लिए उपभोक्ता परिषद ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर आभार जताया।
शिकायतों का स्थिति
वेबसाइट पर बिल संशोधन संबंधी करीब 89396 शिकायतें ऑनलाइन दर्ज की गईं, जिनमें से 38403 शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया, लेकिन 50993 यानी करीब 58 फीसदी शिकायतें अभी भी लंबित हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश
राज्य उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बिजली विभाग के अधिकारियों को उपभोक्ताओं का शोषण बंद करने और बिलिंग संबंधी समस्याओं के निस्तारण के आदेश दिए हैं।
अधिक जानकारी
ऑनलाइन दर्ज बिलिंग शिकायतों में करीब 9636 शिकायतें 30 से 90 दिन के बीच की हैं। इसी तरह 16306 शिकायतें 90 से 180 दिन और 15977 शिकायतें 180 से 365 दिन के बीच की हैं। इतना ही नहीं, 4066 शिकायतें 365 दिन से अधिक समय से लंबित हैं।
निगम की लापरवाही
यह अपने आप में गंभीर घटना है, जो ऊर्जा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का स्पष्ट प्रमाण है। प्रदेश में सबसे अधिक उत्पीड़न उपभोक्ताओं के बिलिंग और नए कनेक्शन से जुड़े मामलों में ही सामने आता है। ऐसे में बिजली वितरण निगमों को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे बिल संशोधन से जुड़ी शिकायतों का समय पर समाधान हो सके।
source -अमर उजाला