भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति

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लखनऊ, 14 जून 2024: उत्तर प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि राज्य में किसी भी स्तर पर अनैतिक लेन-देन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “ब्लॉक हो या जिला मुख्यालय या फिर सचिवालय, कहीं भी किसी भी स्तर पर यदि अनैतिक लेन-देन की शिकायत प्राप्त हुई तो इसमें संलिप्त हर किसी के खिलाफ कार्रवाई होनी तय है।”

भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई: योगी

सरकार की इस नीति का उद्देश्य राज्य में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

इस नई नीति के तहत सरकार ने सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे किसी भी प्रकार की भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल न हों। अगर कोई भी अधिकारी या कर्मचारी भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार की घटना की सूचना सरकार को दें ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। सरकार ने भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन भी शुरू की है, जहां लोग अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं।

सरकार की इस कठोर नीति से राज्य में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की उम्मीद है और लोगों का प्रशासन पर विश्वास बढ़ेगा।

मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों से कहा कि यदि किसी भी ब्लॉक, जिला मुख्यालय, या सचिवालय से अनैतिक लेन-देन की शिकायतें प्राप्त होती हैं, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आस्था का सम्मान है, लेकिन बकरीद पर सड़क पर नमाज की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रतिबंधित पशुओं की बलि भी नहीं होगी।

मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर विभिन्न विभागों के मंडलों, रेंज और जिलों में तैनात अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की और आगामी त्योहारों के दौरान सतर्क रहने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां जनता दर्शन में अधिक शिकायतें प्राप्त होती हैं, वहां अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। जनता दर्शन कार्यक्रमों को जिला, रेंज और जोन स्तर पर भी शुरू करने के निर्देश दिए गए। लोगों को सार्वजनिक सुनवाई के स्थल के बारे में पहले से सूचित किया जाना चाहिए। समस्याओं का तुरंत समाधान किया जाना चाहिए। आम आदमी की संतुष्टि आपके काम का मानक है। लोगों का विश्वास जीतें। फील्ड में तैनात अधिकारी अपने सीयूजी फोन ऑन रखें। कॉल स्वयं उठाएं। त्योहारों पर सक्रिय रहें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जून और जुलाई में कई त्योहार हैं, जैसे कि मोहर्रम और कांवड़ यात्रा। यह समय अत्यंत संवेदनशील है, इसलिए पुलिस आयुक्त, मंडलायुक्त, डीएम और पुलिस कप्तान को लगातार सक्रिय मोड में रहना होगा।

मुख्यमंत्री योगी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और कहा कि गर्मी के नाम पर कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। ट्रांसफार्मर खराबी या दोष की समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए।

अवैध तत्वों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। धार्मिक नेताओं और सम्मानित नागरिकों से संवाद करें और सकारात्मक संदेश जारी करें। शांति समिति की बैठक आयोजित करें। किसी भी घटना से बचें जो अन्य धर्मों के लोगों की भावनाओं को आहत कर सकती है।

संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करें। अवांछित तत्वों से सख्ती से निपटें। बकरीद पर बलि के लिए पूर्व-निर्धारित स्थानों का चयन करें।

वीआईपी संस्कृति समाप्त करने के लिए योगी ने सरकारी और निजी वाहनों में दबाव हॉर्न और हूटर पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए। वीआईपी बेड़े में हूटर केवल अग्रणी कार में ही बजाया जाना चाहिए, और वह भी निर्धारित ध्वनि सीमा के भीतर। अन्य किसी वाहन में नहीं। दबाव हॉर्न या हूटर बजाने की सूचना पर संबंधित पुलिस थाने में कार्रवाई होगी।

विवादित और संवेदनशील स्थानों पर बलि नहीं होनी चाहिए। बलि के बाद कचरे के निपटान की योजना होनी चाहिए। किसी नई परंपरा को प्रोत्साहित न करें। 15 से 22 जून तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। गंगा दशहरा के तहत गंगा घाटों की सफाई और सजावट की जाएगी। गोताखोर, पीएसी की बाढ़ इकाई और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को भी तैनात किया जाएगा।

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