बलिया: राम गोविंद चौधरी ने घाघरा नदी के कटान से प्रभावित गांवों की समस्याओं पर की सरकार से शिकायत
मुख्यमंत्री, जल शक्ति मंत्री और अधिकारियों को लिखा पत्र
बलिया के समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने घाघरा नदी (सरयू) के किनारे बसे गांवों में हो रहे कटान और इससे प्रभावित लोगों की परेशानियों को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जल शक्ति मंत्री, और अन्य उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है।
बाढ़ और कटान से प्रभावित गांवों का जिक्र
राम गोविंद चौधरी ने पत्र में बाढ़ और कटान से प्रभावित प्रत्येक गांव का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी शिकायत के बावजूद जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारियों ने समस्याओं की गलत रिपोर्ट शासन को भेजी है और उनके द्वारा पहले भेजे गए पत्रों का जवाब भी जमीनी हकीकत से मेल नहीं खाता था। चौधरी ने इस पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि अधिकारियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई की आवश्यकता है।
सरकार और शासन की अनदेखी पर चिंता
चौधरी ने कहा कि कटान प्रभावित क्षेत्र का प्रतिनिधि होने के नाते, उनका कर्तव्य था कि वे क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार और शासन तक अपनी आवाज उठाएं। उन्होंने कई बार पत्र लिखे, लेकिन सरकार और प्रशासन ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। उनका कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार सिर्फ वोट पाने में व्यस्त है और आम लोगों की समस्याओं की अनदेखी कर रही है।
जनता के समर्थन से उठाएंगे आंदोलन
चौधरी ने खुद को जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति का सिपाही बताते हुए कहा कि वे अपने क्षेत्र के लोगों को उनकी समस्याओं से जूझने के लिए अकेला नहीं छोड़ सकते। अगर इस संबंध में उनकी शिकायत पर कोई सार्थक कार्रवाई नहीं की गई, तो वे सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। इसके साथ ही, वे सरकार और विभागीय भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे और जन दबाव के आधार पर सरकार को कटान और बाढ़ का स्थायी समाधान निकालने तथा प्रभावित लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था करने के लिए मजबूर करेंगे।