बलिया: सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार, हसनपुरा में बांध में रिसाव से फैली दहशत
बलिया में सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे इलाके में चिंता का माहौल है। सोमवार सुबह, विशौली गांव के पास टीएस बंधे पर हसनपुरा के समीप बांध में रिसाव और कटान की खबर से हड़कंप मच गया। बाढ़ विभाग और प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बांध के प्रभावित हिस्से की मरम्मत शुरू कर दी।
ग्रामीणों का कहना है कि हर घर नल योजना के तहत किए गए कार्यों के दौरान, जेसीबी से खुदाई के कारण बांध में कटान हो गया। मौके पर पहुंचे बाढ़ विभाग के अधीक्षण अभियंता संजय मिश्रा ने मिट्टी और गिट्टी से बांध के कटाव को भरने का काम तुरंत शुरू कराया। दलदली इलाके में टीएस बंधा पर मिट्टी डालने का कार्य बड़े पैमाने पर चल रहा था।
सरयू नदी पिछले चार दिनों से उफान पर है, और रविवार रात तक पानी का स्तर बंधा से दूर था। लेकिन रात में अचानक नदी का पानी तेजी से बंधा के पास आ गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जल निगम ने हाल ही में पाइप बिछाने के बाद मिट्टी का भराव सही ढंग से नहीं किया, जिससे पानी का रिसाव और कटान शुरू हो गया। इससे टीएस बंधा का एक तिहाई हिस्सा नदी के पानी में बह गया।
अधिकारियों के पहुंचने से पहले ग्रामीणों ने स्वयं मिट्टी, खर-पतवार, और बांस की मदद से कटान को रोकने का प्रयास किया। बाढ़ खंड के कर्मचारियों ने जल्द ही कटान पर काबू पा लिया। इस दौरान भाजपा नेता विश्राम सिंह, एसडीएम अभिषेक प्रियदर्शी, तहसीलदार निखिल शुक्ला, लल्लन यादव, और प्रभुनाथ गुप्ता भी मौके पर मौजूद रहे।
हसनपुरा में हालात का जायजा लेने पहुंची विधायक केतकी सिंह ने जल निगम के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह को पत्र लिखकर जिले में हर घर जल नल योजना के तहत हो रही लापरवाही की जांच और कार्रवाई की मांग की है। विधायक ने कहा कि जल निगम द्वारा टीएस बंधा पर पाइप बिछाने के बाद सड़क की मरम्मत नहीं की गई, जिससे हसनपुरा में रिसाव और कटान की स्थिति उत्पन्न हुई। हालांकि, वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। विधायक ने बाढ़ खंड के अधिकारियों को लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया है और क्षेत्र के अन्य गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।