बलिया: शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी के खिलाफ किया प्रदर्शन, काली पट्टी बांधकर किया शिक्षण कार्य
बलिया: बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी और शिक्षकों ने बलिया में ऑनलाइन हाजिरी के खिलाफ प्रदर्शन किया है। इस प्रतिबंध के विरोध में, शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर अपने शिक्षण कार्य जारी रखा। इस दौरान उन्होंने सरकार के निर्देश को अतार्किक बताया और विद्यालयों की भौतिक स्थिति को नजरअंदाज करने की मांग की, जिसमें डिजिटाइजेशन को लेकर आलोचना की गई।
जिलाध्यक्ष डॉ. घनश्याम चौबे ने इस विरोध को 14 जुलाई तक चलने की घोषणा की है। अगर सरकार इस प्रतिबंधित कानून को वापस नहीं लेती, तो 15 जुलाई को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस समस्या को हल करने के लिए जिलाधिकारी या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा जाएगा।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष अवनीश सिंह ने इस डिजिटलाइजेशन को “अविवेकपूर्ण कानून” बताया है, जो मानवीय मूल्यों को दरकिनार कर लाया गया है। जिला महामंत्री धीरज राय ने मानविकी को किसी भी स्थिति में यांत्रिक नहीं किया जा सकता है और संरक्षक अरुण सिंह ने इसे “अव्यवहारिक कानून” बताया।
बेल्थरारोड: बलिया में शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया, काली पट्टी बांधकर अध्यापन जारी रखा। यहां के विशिष्ट बीटीसी शिक्षक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष घनश्याम चौबे, अरूण सिंह, पांडे, एहसानुल हक, शर्मानाथ यादव, ओंकार पांडे, नन्दलाल मौर्य, धनंजय पाठक आदि शामिल रहे।
बांसडीह: इस क्षेत्र में भी शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में प्रदर्शन किया। इस समय, विशिष्ट बीटीसी शिक्षक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष घनश्याम चौबे, अरूण सिंह, पांडे, एहसानुल हक, शर्मानाथ यादव, ओंकार पांडे, नन्दलाल मौर्य, धनंजय पाठक आदि मौजूद थे।
इंदरपुर: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी का पहला प्रयोग फ्लॉप हो गया। कुछ शिक्षकों ने प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। जूनियर हाईस्कूल में टेबलेट न उपलब्ध होने से शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी का प्रयास नहीं किया।
प्राथमिक विद्यालयों की समस्या: प्राथमिक विद्यालयों में कई स्थानों पर टेबलेट का सिम एक्टिवेशन नहीं हो पाया, जिसके कारण शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी का प्रयास नहीं किया।
source- amar ujala