उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का बांसडीह दौरा: स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों पर फटकार
बांसडीह। यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने तहसील सभागार में जिले के डॉक्टरों के साथ बैठक की और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बांसडीह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर असंतोष व्यक्त किया और अधिकारियों को फटकार लगाई।
निरीक्षण के प्रमुख बिंदु:
- इमरजेंसी वार्ड: उपमुख्यमंत्री ने इमरजेंसी वार्ड में स्ट्रेचर और व्हीलचेयर की अनुपस्थिति पर सवाल उठाया। उन्होंने सीढ़ियां तोड़कर बनाए गए रैंप, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की कमी पर नाराजगी जताई।
- ओपीडी कक्ष: एक कक्ष के ऊपर पुरुष शौचालय लिखा था, जिसमें दवाएं रखी थीं। इस पर उन्होंने सीएमओ और डीएम को फटकार लगाई और व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए।
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार: उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बजट की कोई कमी नहीं है और स्वास्थ्य सेवाओं को उच्च गुणवत्ता का होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को 15 दिन के भीतर सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त समस्याएं और मांगें:
- अधिवक्ता संघ की मांगें: अधिवक्ता संघ बांसडीह के अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर करने और तहसील कर्मियों द्वारा हर फाइल पर अवैध पैसे मांगने पर रोक लगाने की मांग की।
- छात्रों की मांगें: पूर्वांचल छात्र संघर्ष समिति के संयोजक नागेंद्र बहादुर सिंह झुन्नू के नेतृत्व में छात्रों ने उपमुख्यमंत्री से मुलाकात की और पिछले दिनों सड़क दुर्घटना में मृत व घायल छात्रों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। रोहित पांडेय प्रकरण में परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और मेडिकल कॉलेज की मांग की।
अन्य व्यवस्थाएं:
- परिसर में जगह की कमी: आयुष चिकित्सक डॉ. विनोद सिंह ने उपमुख्यमंत्री को बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए पर्याप्त जगह नहीं है और मजबूरी में इमरजेंसी में ब्लाक के रैन बसेरा में ले जाया जा रहा है।
- उपस्थित गणमान्य: इस अवसर पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, बांसडीह विधायक केतकी सिंह, नागेंद्र पांडेय, मेयर वाराणसी अशोक तिवारी, जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, और तहसीलदार निखिल शुक्ला मौजूद रहे।
- source amar ujala