कर्मचारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ा किसान पंजीकरण अभियान

किसान पंजीकरण अभियान कर्मचारियों की लापरवाही के कारण असफल हो रहा है। सोमवार को अतरसुवा गांव के किसान निर्धारित समय पर गांव के पंचायत भवन पर एकत्र हुए और पूरा दिन कर्मचारियों के इंतजार में गुजार दिया, लेकिन कोई नहीं आया। क्षेत्र के अन्य सभी गांवों में भी यही स्थिति है।
भारत सरकार ने 1 से 30 जुलाई के बीच किसानों का पंजीकरण कराने का लक्ष्य रखा है। इस पंजीकरण के बाद किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड और अन्य सुविधाएं प्राप्त करने में आसानी होगी। ग्राम पंचायतों में किसानों की बैठक का समय तय कर दिया गया है, जिसमें ब्लॉक और तहसील के कर्मचारियों को उपस्थित रहकर किसानों का पंजीकरण करना है।
अतरसुवा गांव में स्थिति: सोमवार को अतरसुवा गांव के पंचायत भवन पर किसानों की बैठक आयोजित की गई थी, लेकिन कोई कर्मचारी वहां नहीं पहुंचा। किसानों ने पूरा दिन इंतजार में बिता दिया और अंततः निराश होकर लौट गए।
अन्य गांवों की स्थिति: यही स्थिति क्षेत्र के अन्य गांवों में भी देखने को मिल रही है। पंजीकरण के लिए निर्धारित समय पर कर्मचारी नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे किसान परेशान हो रहे हैं।
किसानों की नाराजगी: किसानों ने इस लापरवाही पर अपनी नाराजगी जताई है और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि पंजीकरण अभियान को सफल बनाना है तो कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जानी चाहिए।
सरकार से अपेक्षा: किसान उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देगी और जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालेगी, ताकि उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड और अन्य सुविधाएं समय पर मिल सकें।
source- dainik jagran
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