बलिया में बड़ा रेल हादसा टला, ट्रेन के इंजन से टकराया पत्थर
शनिवार को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की गई। बकुल्हा-मांझी स्टेशन के बीच ट्रेन का इंजन पटरी पर रखे बड़े पत्थर के टुकड़े से टकरा गया। वहीं, मिर्जापुर के जीवनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी के ट्रैक पर अग्निशमन यंत्र पाया गया। दोनों घटनाओं में लोको पायलट की सतर्कता और सूझबूझ से बड़े हादसों को टाल दिया गया।
बलिया में ट्रेन के इंजन से टकराया पत्थर
लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस सुबह 9 बजे बलिया स्टेशन से रवाना हुई। करीब 10:40 बजे जब ट्रेन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी, लोको पायलट संजीव कुमार ने बकुल्हा-मांझी स्टेशन के बीच पटरी पर पत्थर का बड़ा टुकड़ा देखा। उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाए, लेकिन ट्रेन का इंजन पत्थर से टकरा गया। सौभाग्य से, इंजन के सेफ्टी गार्ड से टकराकर पत्थर के टुकड़े हो गए और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। घटना की सूचना रेलवे को दी गई और सेफ्टी जांच के बाद ट्रेन छपरा के लिए रवाना कर दी गई।
मिर्जापुर में मालगाड़ी के ट्रैक पर अग्निशमन यंत्र
एक और घटना मिर्जापुर में घटी, जहां जीवनाथपुर स्टेशन के पास मालगाड़ी के ट्रैक पर एक अग्निशमन यंत्र पाया गया। सुबह 5 बजे मालगाड़ी के लोको पायलट ने इसे देखा और तुरंत ट्रेन रोकी। अग्निशामक यंत्र को पटरियों से हटाने के बाद मालगाड़ी को आगे बढ़ाया गया। आरपीएफ ने यंत्र को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि यंत्र किसी ट्रेन से टूटकर गिर गया होगा।
हादसे की जांच जारी
दोनों घटनाओं की जांच की जा रही है। बलिया की घटना में यह पता लगाया जा रहा है कि यह शरारत थी या किसी बड़े हादसे की साजिश। अभी तक किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। पुलिस और रेलवे अधिकारी मामले की गहन जांच कर रहे हैं।