बलिया: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत संकल्प एचईडब्ल्यू का 100 दिन का जागरूकता अभियान
बलिया, 5 जुलाई 2024: #बलिया के वन स्टॉप सेन्टर में संकल्प एचईडब्ल्यू के 100 दिन के विशेष जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत भारतीय न्याय संहिता थीम पर आधारित था। इस अवसर पर चीफ लीगल एंड डिफेंस एडवोकेट हंसराज तिवारी ने महिलाओं से सम्बन्धित तीन नये कानूनों के बारे में विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम में हंसराज तिवारी ने तीनों नये कानूनों के विषय में उपस्थित महिलाओं और अन्य लोगों को विधिवत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये कानून महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण हैं।
केंद्र प्रशासक प्रिया सिंह ने दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961, घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, और कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम 2013 के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंतृरी कन्या सुमंगला योजना के तहत वृद्धि की गयी धनराशि 15 हजार से 25 हजार के बारे में भी अवगत कराया।
वन स्टॉप सेन्टर में दी जाने वाली सहायता के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई, जिसमें मेडिकल सुविधा, अल्पावास, काउंसलिंग, विधिक सहायता, और पुलिस सहायता शामिल हैं। इसके अलावा, सरकार द्वारा संचालित हेल्पलाइन नम्बरों से सम्बंधित टोल फ्री नंबर 181, 1098, 112, 1090, 1076, 102, और 108 के बारे में भी जानकारी दी गई।
इस अवसर पर वन स्टॉप सेन्टर से नीलम शुक्ला, हर्षवर्धन, रंजना यादव, चंदा, कंचन तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री उपस्थित रहीं। इस प्रकार के जागरूकता अभियान महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना: लड़कियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण पहल
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों के शिक्षा और सुरक्षा में सुधार करना है। इस योजना का शुरूआती विचार यह है कि लड़कियों को जीवन के हर क्षेत्र में समान अवसर मिलने चाहिए।
मुख्य उद्देश्य
- लड़कियों की सुरक्षा: योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा लड़कियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। इसके तहत विभिन्न अभियान चलाए गए हैं जिनका मकसद बेटियों को संरक्षित रखना और उनकी सुरक्षा को मजबूत करना है।
- लड़कियों की शिक्षा: योजना का दूसरा मुख्य उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा में सुधार करना है। इसके तहत बेटियों को उच्च शिक्षा और पेशेवर शिक्षा तक पहुंच प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।
- लड़कियों के प्रति भेदभाव का खत्म: योजना का तीसरा मुख्य उद्देश्य है लड़कियों के प्रति समाज में मौजूद भेदभाव को कम करना। इसके माध्यम से समाज में लड़कियों के सम्मान और समानता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना एक सामाजिक पहल है जो लड़कियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास कर रही है। इसके माध्यम से लड़कियों को उनके हक का सम्मान दिलाने और उन्हें समाज में अधिकतम सम्मान और समर्थन प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।