अराजक तत्वों से सख्ती से निपटें: मुख्यमंत्री
लखनऊ, विशेष संवाददाता: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी त्योहारों के मद्देनजर कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। गुरुवार को वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा घाटों को सजाया जाए। किसी भी स्थान पर प्रतिबंधित पशुओं की बलि न हो। नमाज निर्धारित स्थान पर ही अदा की जाए और सड़कों पर नमाज न हो। विश्वास का सम्मान करें, लेकिन किसी नई परंपरा को बढ़ावा न दें। वीडियोग्राफी और ड्रोन का उपयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि शांति भंग करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बकरीद के लिए बलि स्थलों को पहले से चिन्हित करने और विवादित व संवेदनशील स्थलों पर बलि न होने देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी या निजी वाहन में प्रेशर हॉर्न या हूटर का उपयोग नहीं होना चाहिए। वीआईपी काफिले में केवल अग्रिम वाहन में ही हूटर बजाया जाए। किसी भी हालत में वीआईपी संस्कृति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रोस्टिंग के नाम पर गांवों, शहरों या महानगरों में अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश:
सीयूजी फोन: फील्ड में तैनात अधिकारियों को सीयूजी फोन दिए गए हैं। यह जनता के लिए है, इसे 24×7 चालू रखें। हर अधिकारी यह फोन स्वयं रिसीव करें। कतिपय कारणवश रिसीव न कर सके तो कॉल बैक करें।
जनप्रतिनिधियों से संवाद: जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाए रखें। उनकी अपेक्षाओं-समस्याओं को सुनें और मेरिट के आधार पर उनका निराकरण करें।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस: भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है। ब्लॉक हो या जिला मुख्यालय या फिर सचिवालय, किसी भी स्तर पर यदि अनैतिक लेन-देन की शिकायत प्राप्त हुई तो इसमें संलिप्त हर किसी के खिलाफ कार्रवाई तय है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुलिस स्टेशन, सर्कल, जिला, रेंज, जोन और मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारी अपने क्षेत्रों के धार्मिक नेताओं और समाज के अन्य प्रमुख व्यक्तियों से मिलें। यदि जन शिकायतों के निपटारे में किसी प्रकार की लापरवाही पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जनपदों से प्राप्त शिकायतों और आवेदनों की समीक्षा की जा रही है और जिन क्षेत्रों से अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, वहां के अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी शहरों को जाम मुक्त करने के लिए इनर रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा और इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि लिंक सड़कों पर सुविधाएं विकसित की जाएं और ठोस और तरल कचरा प्रबंधन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए।