बलिया के बेल्थरारोड में अवैध रूप से संचालित अस्पताल का एनआईसीयू सील

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बलिया, उत्तर प्रदेश – बेल्थरारोड स्थित एक अवैध अस्पताल के एनआईसीयू को शुक्रवार को सील कर दिया गया। एक डिलीवरी केस में धन उगाही के मामले में चर्चा में आए इस अस्पताल पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी के दौरान अस्पताल संचालक नदारद रहा। इस कार्यवाही से अवैध अस्पताल संचालकों में हड़कंप की स्थिति बनी रही।

अस्पताल में महिला की डिलीवरी

सीएचसी सीयर के महिला अस्पताल में एक महिला की डिलीवरी हुई थी। इस मामले में पीड़िता के ससुर राम अवतार राजभर निवासी मुबारकपुर ने सीएचसी सीयर के अधीक्षक को एक प्रार्थना पत्र दिया था। उनका आरोप था कि 16 फरवरी की रात को लगभग 8:00 बजे बहू को डिलीवरी के लिए आशा बहू घर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीयर लेकर गई। वहां उसने उसे राजकीय महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। 12:00 बजे रात में ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स एवं आशा द्वारा मुझसे 1500 रुपये की दवा मंगवाई गई।

कर्मचारियों ने पैसे की लालच में बच्चे को भर्ती कराया

राम अवतार राजभर ने बताया कि 17 फरवरी की सुबह लगभग 6 बजे उनकी बहू को नॉर्मल डिलीवरी से बच्चा पैदा हुआ। प्रसव के बाद स्टाफ नर्स एवं आशा मुझसे 3000 रुपए की मांग करने लगी। मैं किसी तरह 1500 रुपए की व्यवस्था करके उन्हें दे दिया। पीड़ित का आरोप था कि कम पैसे देने के चलते स्टाफ नर्स ने नवजात शिशु को बिना किसी चिकित्सक से चेकअप कराए यह कहने लगी कि बच्चे की हालत बहुत नाजुक है। उसने तत्काल बच्चे को साईं हॉस्पिटल, मिश्रौली रोड में भर्ती करवा दिया।

पीड़ित परिवार से वसूले 50 हजार रुपए

पीड़ित का आरोप था कि साईं हॉस्पिटल के चिकित्सक रामपाल शर्मा ने 24 दिन तक बच्चे को भर्ती रखने की बात कही, लेकिन 9 दिन बाद ही बच्चे की हालत और खराब हो गई। इसके बाद डॉक्टर ने कहा कि बच्चे को किसी अच्छे अस्पताल में ले जाएं। उक्त अस्पताल में 9 दिन भर्ती रखने के लिए मुझसे 50 हजार रुपए वसूले गए। बाद में पता चला कि रामकृपाल शर्मा वास्तव में डॉक्टर नहीं है और वह सरकारी अस्पताल की स्टाफ नर्स और आशाओं से कमीशन सेट करके अवैध कमाई करता है।

अधिकारियों ने छापेमारी कर सील किया अस्पताल

मामले के संज्ञान में आने पर सीएचसी सीयर के अधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिंह ने उक्त दोनों महिला स्वास्थ्य कर्मियों को नोटिस जारी किया था। इसके बाद सीएमओ ने नोडल अधिकारी को अवैध रूप से संचालित अस्पतालों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इस निर्देश के तहत डिप्टी सीएमओ डॉ पद्मावती ने नोडल अधिकारी डॉ योगेन्द्र दास सहित अन्य अधिकारियों के साथ साईं अस्पताल पर छापेमारी की।

छापेमारी से पहले ही अस्पताल से बहुत सा सामान हटा दिया गया था। जांच के दौरान डिप्टी सीएमओ ने पाया कि उक्त अस्पताल में एनआईसीयू अवैध रूप से संचालित हो रहा था। उन्होंने अस्पताल का एनआईसीयू सील कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने नोडल अधिकारी से अस्पताल में संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर का लाइसेंस जांच करने का निर्देश दिया।

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