विदेश भेजने के नाम पर दुकान चलाने वाले भूमिगत, अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी और साइबर ठगी का नेटवर्क गांवों तक फैला
संवाद न्यूज एजेंसी, बलिया:
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को बलिया के सिकंदरपुर क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी और साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह पर छापा मारा और एक युवक को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई के बाद, इस धंधे से जुड़े लोग अपनी दुकानें बंद करके भूमिगत हो गए हैं। यह गिरोह बेरोजगार युवाओं को विदेश भेजने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था, और इसका नेटवर्क ग्रामीण इलाकों तक फैला हुआ था।
कई जिलों में सक्रिय था गिरोह
गिरफ्तार युवक की शाखाएं वाराणसी, मऊ, आजमगढ़ और देवरिया जैसे जिलों में थीं। इसका बड़ा भाई वाराणसी के दालमंडी से इस गिरोह को संचालित कर रहा था, जिसे तीन महीने पहले अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और अब वह तिहाड़ जेल में है। एनआईए की टीम ने सिकंदरपुर में छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल उपकरण, फर्जी पासपोर्ट, और विदेशी रोजगार पत्र जब्त किए हैं।
एनआईए के रडार पर कई और लोग
सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह बेरोजगार युवकों को विदेशी नागरिकों के गुप्त कॉल सेंटर में काम करने के लिए भेजता था, जहां उन्हें साइबर धोखाधड़ी, क्रेडिट कार्ड फ्रॉड, और अन्य अवैध गतिविधियों में शामिल किया जाता था। उन्हें क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए भी मजबूर किया जाता था, और कई मामलों में यह गिरोह मानव अंग तस्करी में भी लिप्त था। प्रतिबंधित देशों में भेजे गए ये युवक चाहकर भी वापस नहीं आ पा रहे हैं।
स्थानीय खुफिया विभाग पर सवाल
एनआईए की कार्रवाई के बाद स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के बावजूद स्थानीय खुफिया विभाग को इसकी भनक तक नहीं लग पाई थी। एनआईए अब तक भेजे गए युवकों के रिकॉर्ड की जांच कर रही है, और टूर वीजा के जरिए उन्हें प्रतिबंधित देशों में भेजने की आशंका भी जताई जा रही है।
एनआईए ने इस मामले की जांच 13 मई को मुंबई पुलिस से अपने हाथ में ली थी, और तब से यह एजेंसी गहन जांच कर रही है।