उत्तर प्रदेश: अराजकता से उभरकर निवेश के ड्रीम डेस्टिनेशन तक का सफर
लखनऊ: उत्तर प्रदेश, जो कभी अराजकता, अपराध और दंगों की छवि के लिए बदनाम था, आज निवेश के लिए देश का ड्रीम डेस्टिनेशन बन गया है। यह बदलाव कोई संयोग नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व में अपनाई गई नीतियों और कठोर कानून व्यवस्था का नतीजा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने 32 औद्योगिक इकाइयों को 1,333 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि का वितरण करते हुए उत्तर प्रदेश को निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित करने के अपने संकल्प को एक बार फिर से दोहराया।
अराजकता से कानून के राज तक का सफर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 से पहले के उत्तर प्रदेश की स्थितियों को याद करते हुए कहा कि उस समय राज्य की छवि दंगों, कर्फ्यू और अपराधों से घिरी हुई थी। राज्य में विकास की बजाय अराजकता और संकीर्ण सोच हावी थी। युवाओं के सामने पहचान का संकट था और कोई भी उत्तर प्रदेश में निवेश करने की सोच भी नहीं सकता था।
लेकिन आज, मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है। उन्होंने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में एक सुरक्षित और संरक्षित वातावरण का निर्माण हुआ। इस नए माहौल ने राज्य को निवेशकों के लिए आकर्षक बना दिया है, और उत्तर प्रदेश अब भारत का ड्रीम डेस्टिनेशन बन चुका है।
प्रोत्साहन राशि और निवेशकों का स्वागत
लोकभवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 32 औद्योगिक इकाइयों को 1,333 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। यह प्रोत्साहन राशि उद्योगों को उनके विकास और विस्तार में मदद करने के लिए दी गई है। इस आयोजन को देश में अपनी तरह का पहला माना जा रहा है, जहां इतनी बड़ी संख्या में इकाइयों को प्रोत्साहन राशि वितरित की गई हो।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 11 औद्योगिक इकाइयों को ‘लेटर ऑफ कम्फर्ट’ भी प्रदान किया। लेटर ऑफ कम्फर्ट एक तरह का पात्रता पत्र है, जो उन उद्योगों को दिया जाता है जो सरकारी नीतियों और प्रावधानों को पूरा करते हैं। इसके माध्यम से उद्योगों को सरकारी लाभ और प्रोत्साहन दिए जाते हैं, जिससे वे अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ा सकें।
विपक्ष पर कटाक्ष और विकास का वादा
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में विपक्ष पर भी तीखे कटाक्ष किए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कभी उत्तर प्रदेश को अपराध और अराजकता की गर्त में धकेला था, उन्हें आज यह देखना चाहिए कि राज्य कैसे विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है। उन्होंने कहा, “जो लोग हमेशा हमारे काम पर टिप्पणी करते हैं, उन्हें देखना चाहिए कि हमने असंभव को संभव कर दिखाया है।”
योगी आदित्यनाथ ने यह भी बताया कि कैसे 27 सेक्टोरल पॉलिसी बनाकर और व्यापारियों के सुझावों के अनुसार उन्हें संशोधित करके राज्य में निवेश का माहौल तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इन नीतियों के कारण आज उत्तर प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, और दस लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं का भूमिपूजन भी हो चुका है।
यूपी: विकास के नए युग की शुरुआत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निवेशकों से वादा किया कि विकास के लिए सभी बाधाओं को दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश न केवल विकास में बाधा नहीं बनेगा, बल्कि नई सोच और रणनीतियों के साथ निवेशकों को समर्थन भी प्रदान करेगा।
उत्तर प्रदेश का यह सफर अराजकता से निकलकर विकास के पथ पर अग्रसर होने का है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य ने जो प्रगति की है, वह न केवल राज्य के निवासियों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बन गई है। अब जब राज्य निवेश के लिए एक ड्रीम डेस्टिनेशन बन चुका है, तो यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश की नई छवि उसके उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।