45 दिवसीय प्रस्तुतिपरक अभिनय प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन: संकल्प बलिया
“रंगमंच हमें जीवन जीने की कला सिखाता है। हमें एक बेहतर और संवेदनशील इंसान बनाता है। रंगमंच हमारे अंदर आत्मविश्वास पैदा करता है। किसी भी परिस्थिति से उबरने का हुनर हमें रंगमंच सिखाता है,”
बलिया: “रंगमंच हमें जीवन जीने की कला सिखाता है। हमें एक बेहतर और संवेदनशील इंसान बनाता है। रंगमंच हमारे अंदर आत्मविश्वास पैदा करता है। किसी भी परिस्थिति से उबरने का हुनर हमें रंगमंच सिखाता है,” आजमगढ़ के वरिष्ठ रंगकर्मी अभिषेक पंडित ने भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ एवं संकल्प संस्था बलिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 45 दिवसीय प्रस्तुतिपरक अभिनय प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कहा।
उन्होंने कहा कि बलिया के रंगमंच को राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाने में संकल्प संस्था की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। भारतेंदु नाट्य अकादमी के सहयोग से आयोजित यह कार्यशाला निश्चित रूप से बलिया के रंगमंच को एक नई दिशा देगा।
बच्चों के व्यक्तित्व निखारने की पहल
अध्यक्षता कर रहे पर्यावरण विद् डॉक्टर गणेश पाठक ने कहा कि ऐसे कार्यशाला में बच्चों का व्यक्तित्व निखरता है। उनके अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है और बहुत कुछ सीखने को मिलता है। विशिष्ट अतिथि प्रशासनिक अधिकारी अश्वनी कुमार तिवारी ने कहा कि बलिया का सौभाग्य है कि संकल्प जैसी संस्था यहां पर है और इस संस्था के निदेशक आशीष त्रिवेदी के निर्देशन में बहुत सारे रंगकर्मी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं।
उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कौशल उपाध्याय ने कहा कि संकल्प संस्था के प्रयास को जितनी सराहना की जाए कम है। उन्होंने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से संकल्प के साथ खड़ा हूं और हर संभव मदद करने को तैयार हूं।”
कार्यशाला का विवरण
कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक और निर्देशक आशीष त्रिवेदी ने कार्यशाला के बारे में विस्तार से बताया। भारतेंदु नाट्य अकादमी के सहयोग से अभिनय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन हो रहा है जिसमें 16 साल से 35 साल तक के युवा लड़के-लड़कियां प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यशाला में अभिनय की बारीकियां जैसे संवाद सम्प्रेषण, भाव संप्रेषण, आंगिक भाषा, लाइट डिजाइन, क्राफ्ट, फेस पेंटिंग, मुखौटा निर्माण इत्यादि की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही एक नाटक की तैयारी कराई जाएगी जिसका मंचन कार्यशाला के समापन पर होगा।
प्रशिक्षक और संयोजक
कार्यशाला में सहायक प्रशिक्षक व सह निर्देशक राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय वाराणसी से प्रशिक्षित ट्विंकल गुप्ता हैं। कार्यशाला के संयोजक युवा रंगकर्मी आनन्द कुमार चौहान हैं। अभिनय के क्षेत्र में रुचि रखने वाले बलिया के युवाओं के लिए यह एक बेहतरीन अवसर होगा। सभी प्रतिभागियों को भारतेंदु नाट्य अकादमी की ओर से प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
यह कार्यशाला निश्चित रूप से बलिया के रंगमंच को एक नई पहचान दिलाने में सहायक सिद्ध होगी और युवाओं को अभिनय के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करेगी।
For more updates, visit Ballia News.