ओपीडी में डॉक्टरों की अनुपस्थिति और निजी प्रैक्टिस: जिला अस्पताल में निरीक्षण के दौरान खुलासा
बलिया। मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने गुरुवार सुबह 8:45 बजे जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान ट्रॉमा सेंटर, ओपीडी और इमरजेंसी की स्थिति की समीक्षा की गई। निरीक्षण के दौरान ओपीडी में छह डॉक्टर अनुपस्थित पाए गए, और कुछ डॉक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस करने की जानकारी भी सामने आई।
डॉक्टरों की अनुपस्थिति और प्राइवेट प्रैक्टिस
निरीक्षण के दौरान ओपीडी कक्ष संख्या दो में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग सिंह अनुपस्थित मिले, जबकि उनके कमरे के बाहर 20 मरीज कतार में खड़े थे। इसी तरह जनरल फिजिशियन डॉ. आकाश सिंह और डॉ. विनोद सिंह भी अनुपस्थित पाए गए। कक्ष संख्या 19 में जनरल सर्जन डॉ. एसएन राय और कक्ष संख्या 11 में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रिखी लाल गुप्ता भी अनुपस्थित थे। इनके कमरे के बाहर भी मरीजों की लंबी कतारें थीं। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. गौरव राय और ट्रॉमा सेंटर में ईसीजी की सुविधा बंद पाई गई, जहां ईसीजी टेक्नीशियन रितेश भी अनुपस्थित थे।
कार्रवाई और सील किए गए क्लीनिक
सीडीओ ने निरीक्षण के दौरान पाया कि कई प्राइवेट क्लीनिक भी निरीक्षण के दायरे में आए। इसके परिणामस्वरूप भुवनेश्वरी अल्ट्रासाउंड व एक्सरे सेंटर, महावीर अल्ट्रासाउंड और डॉ. गौरव राय के निजी क्लीनिक को सील कर दिया गया। सीडीओ ने जिला अस्पताल के समीप स्थित कई अस्पताल, क्लीनिक और जांच लैब का भी निरीक्षण किया और खामियां पाए जाने पर उचित कार्रवाई की गई।
सीएमएस की प्रतिक्रिया
सीडीओ के निरीक्षण के बारे में जब सीएमएस से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। सीडीओ के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी।
अनुपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बुधवार को छह सीएचसी-पीएचसी का औचक निरीक्षण किया, जिसमें 125 स्वास्थ्य कर्मी अनुपस्थित मिले। इसके परिणामस्वरूप उनके एक दिन के वेतन की कटौती और अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने की कार्रवाई की गई है। सीएमओ को अनुपस्थित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
source- amar ujala