पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय का गठन किया जाए: अनुप्रिया पटेल
केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने फर्रुखाबाद में आयोजित एक कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय के गठन की मांग की। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय की राजनीति करने वाली पार्टियों ने आरक्षण को सिर्फ शिक्षण संस्थानों और सरकारी नौकरियों तक सीमित कर दिया है, जबकि पिछड़ों के कल्याण के लिए और भी कई कदम उठाए जाने की जरूरत है।
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सपा ने चार बार सत्ता में रहने के बावजूद पिछड़े, दलित और शोषित वर्गों के हितों की अनदेखी की। अब वे जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं, जबकि उनकी पार्टी ने हमेशा से इसके लिए आवाज उठाई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पिछड़ों के कल्याण के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय की तर्ज पर एक अलग पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय का गठन किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान अनुप्रिया पटेल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यूपी में पार्टी को नंबर वन बनाने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अपनी पार्टी प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है, और इसका श्रेय दलितों, पिछड़ों और शोषितों के लिए किए जा रहे कामों को जाता है।
राष्ट्रीय सचिव विनोद गंगवार और विधायक डॉ. सुरभि ने भी सम्मेलन में भाग लिया और पार्टी की नीति और उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अपना दल एकमात्र ऐसी पार्टी है जो पिछड़े, दलितों और शोषितों के हितों की सच्ची हितैषी है।